हरिद्वार। एसएमजेएन पीजी कॉलेज में परीक्षा तनाव और तनाव से निपटने की प्रक्रिया पर संवाद में मुख्य अतिथि अखाड़ा परिषद अअध्यक्ष श्रीमहंत ने कहा कि कोई भी राष्ट्र तभी सशक्त बन सकता है, जब उसके युवा खुशहाल और तनाव रहित हों। उन्होंने कहा कि आज हम सभी का दायित्व है कि हम सामूहिक प्रयासों से युवाओं को सही दिशा देने का कार्य करें। प्राचार्य प्रो. सुनील बत्रा ने कहा कि तनाव व्यक्ति को मानसिक शारीरिक रूप से कमजोर बना देता हैं।
मुख्य वक्ता मनोवैज्ञानिक सलाहकार तथा सीबीएसई काउंसलर चारु सहगल ने प्रश्नावली के माध्यम से सभी छात्र-छात्राओं का मनोवैज्ञानिक परीक्षण किया तथा छात्र-छात्राओं को मानसिक तनाव से निपटने के सुझाव दिए। चारु सहगल ने बताया कि परीक्षा के समय जो तनाव होता हैं, कई बार छात्र-छात्राएं उसके अत्यधिक दबाव में आ जाते हैं। बताया कि तनाव का सीधा संबंध पेट से होता है जो कि शरीर की सम्पूर्ण क्रियाप्रणाली को प्रभावित कर सकता हैं।