राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरा पेड़, हादसा टला
गुरुवार देर रात तेज तूफान से बीच हाईवे पर गिरा सेमल का पेड़
बदरीनाथ मार्ग मुख्य डाकघर के आसपास विद्युत आपूर्ति रही ठप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: गुरुवार रात आए तेज तूफान से बदरीनाथ मार्ग स्थित मुख्य डाकघर के बाहर खड़ा विशालकाय सेमल का पेड़ टूट गया। राष्ट्रीय राजमार्ग पर गिरे पेड़ के कारण रात को करीब चार घंटे तक यातायात बाधित रहा। गनीमत यह रही कि घटना के समय समय राष्ट्रीय राजमार्ग से कोई वाहन नहीं गुजर रहा था, जिससे एक बड़ा हादसा होने से बच गया। वहीं, पेड़ के समीप विद्युत पोल व तार टूटने से पूरे दिन बिजली गुल रही। घटना रात करीब दस बजे की है। क्षेत्र में चले तेज तूफान से नजीबाबाद-बुआखाल राष्ट्रीय राजमार्ग मुख्य डाकघर के बाहर खड़ा सेमल का एक विशालकाय पेड़ अचानक टूट गया। सूचना के बाद मौके पर पहुंची एसडीआरएफ व एनएच विभाग ने राष्ट्रीय राजमार्ग में पड़े पेड़ को हटाने का कार्य किया। विशालकाय पेड़ को हटाने में करीब चार घंटे का समय लग गया। इस दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बाधित रहा। हालांकि छोटे वाहनों को पुराना सिद्धबली मार्ग से होते हुए निकाला जा रहा था। लेकिन भारी वाहनों को पेड़ हटने का इंतजार करना पड़ा। पेड़ गिरने से मुख्य डाकघर वाली लाइन में शुक्रवार शाम तक विद्युत आपूर्ति ठप रही। ऊर्जा निगम के कर्मचारी पूरे दिन बिजली ठीक करने के कार्य में जुटे हुए थे। ऊर्जा निगम के एसडीओ कमल कलूड़ा ने बताया कि पेड़ गिरने के कारण विद्युत पोल व तार टूट गई थी। ऐसे में टाउन एक के कुछ भाग में विद्युत आपूर्ति ठप रही।
कामकाज रहा ठप
विद्युत आपूर्ति ठप होने के कारण मुख्य डाकघर के आसपास दुकानों में पूरे दिन कामकाज ठप रहा। दुकानों में काम नहीं होने से ग्राहकों को भी बेरंग वापस लौटना पड़ा। व्यापारी पूरे दिन बिजली ठीक होने का इंतजार करते हुए नजर आए। देर शाम तक भी लाइट नहीं आने के कारण व्यवस्थाएं बेपटरी होने लगी थी।
पहले ली जाती सुध तो नहीं होती समस्या
बदरीनाथ मार्ग मुख्य डाकघर के समीप खड़ा विशालकाय सेमल का पेड़ वर्षों पुराना था। जर्जर हालत वाला यह पेड़ आसपास गुजर रही विद्युत तारों के सहारे ही वह खड़ा था। स्थानीय लोग प्रशासन को कई बार पेड़ की स्थिति के बारे में अवगत करवा चुके थे। लेकिन, सरकारी सिस्टम ने इस ओर ध्यान नहीं दिया। जबकि, दो वर्ष पूर्व प्रशासन ने बदरीनाथ मार्ग में जर्जर हालत में खड़े कई अन्य पेड़ों को कटवाया था।