आठ जनवरी को मुख्यमंत्री आवास का घेराव करेगा संयुक्त मोर्चा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा उत्तराखंड की ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई। जिसमें सर्वसम्मति से आठ जनवरी को उत्तराखंड मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का निर्णय लिया गया।
मोर्चे के प्रदेश प्रभारी विक्रम सिंह रावत ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली के लिये जनवरी में मुख्यमंत्री आवास घेराव किया जाएगा। इसकी घोषणा कर्णप्रयाग हुंकाररैली में भी की गयी थी। उत्तराखंड का कर्मचारी जल्द से जल्द एन पी एस से मुक्ति चाहता है। मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष मुकेश प्रसाद बहुगुणा ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास घेराव में प्रदेश का कार्मिक बढ़-चढ़ कर प्रतिभाग करेगा। अब की बार आर या पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। उत्तराखंड में पुरानी पेंशन बहाली नहीं होने तक मोर्चा का संघर्ष जारी रहेगा। मोर्चे के प्रांतीय महासचिव सीताराम पोखरियाल ने कहा कि कर्णप्रयाग की हुंकार रैली से एन पी एस के दफन की मशाल जल चुकी है। अब क्रांति की ये मशाल प्रदेश में ओपीएस बहाली के बाद ही शांति होगी। इसी निमित्त आठ जनवरी को मुख्यमंत्री आवास घेराव किया जाएगा। मोर्चे के प्रांतीय आई टी सेल प्रभारी ने कहा अनेक नेता पुरानी पेंशन बहाली का विरोध कर रहे हैं, जबकि स्वयं तीन चार पेंशन ले रहे हैं। कर्मचारियों के साथ ऐसा भेदभाव नहींचलेगा, इसी भेदभाव की समाप्ति, पुरानी पेंशन बहाली के लिए मुख्यमंत्री आवास घेराव कर कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली की आवाज बुलंद करेंगे। मोर्चे की प्रांतीय महिला अध्यक्ष बबिता रानी ने कहा कि उत्तराखंड में कर्मचारी पुरानी पेंशन बहाली के लिए लगातार आंदोलनरत है। लेकिन, सरकार इसे गंभीरता से नहीं ले रही, जिस कारण हम मुख्यमंत्री आवास घेराव कर रहे हैं। मोर्चे के प्रांतीय प्रवक्ता डॉ कमलेश मिश्रा ने कहा जब सरकारी कर्मचारियों के बात बुढ़ापे की आती है तो कार्मिकों को केवल पेंशन का सहारा ही नजर आता है। नई पेंशन स्कीम शिक्षक कर्मचारी के हित में नहीं है। मोर्चे के प्रांतीय कोषाध्यक्ष रणबीर सिन्धवाल ने कहा कि कि 2005 के बाद से इस पुरानी पेंशन योजना को बंद करके बहुत बड़ा अन्याय किया गया है। अब भूल सुधार का समय है। सरकारें सरकारी कार्मिकों की एकता और ताकत को नजरअंदाज नही कर रही है। बैठक में राकेश रावत, बलराम सती , राजकिशोर कन्याल, सतीश कुमार दिनेश चंद्र, कैलाश गाग्र्य, शिवदर्शन , बलराम सती अनिल जोशी, उमा लोहानी , ज्योति नौटियाल , योगिता पंत, सहित गढ़वाल कुमाऊं के पदाधिकारी मौजूद रहे।