उत्तराखंड

बारिश के बीच युवाओं का अग्निपथ के विरोध में प्रदर्शन

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अल्मोड़ा। सेना में भर्ती होकर देश सेवा का जज्बा रखने और रोजगार की आस लगाए बैठे नौजवानों को केंद्र सरकार की ‘अग्निपथ योजना से झटका लगा है। अंतिम बार हुई सेना भर्ती में कई अभ्यर्थी कड़ी मेहनत के दम पर सभी बाधाएं पार करके लिखित परीक्षा तक पहुंचे, लेकिन डेढ़ साल के इंतजार के बाद रिटन निरस्त होने की संभावना से युवा भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हो उठे हैं।
सेना में चार साल की अस्थाई नौकरी और रिटन परीक्षा निरस्त होने से भड़के नौजवान शनिवार को रानीखेत सड़कों पर उतरने को मजबूर हो गए। शनिवार को भारी बारिश के बीच आक्रोशित युवाओं ने नगर में रैली निकाल अग्निपथ योजना का विरोध किया। संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय में सभा के माध्यम से गुबार निकालने के बाद नौजवानों ने इस संबंध में संयुक्त मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को भी ज्ञापन भेजा। कहा युवाओं के भविष्य के अलावा देश की सुरक्षा से खिलवाड़ हरगिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस ने युवाओं के विरोध-प्रदर्शन को पूर्ण समर्थन दिया।
रानीखेत में शनिवार को सुबह से ही बारिश का दौर चल रहा था। इसके बावजूद सेना की अग्निपथ योजना के विरोध में नगर और क्षेत्र के युवा अपराह्न नगर के नैनीताल बैंक के पास जुटे और तेज बारिश के बीच ही अग्निपथ के विरोध में जुलूस प्रदर्शन शुरू किया। केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री के खिलाफ जोरदार नारेबाजी करते हुए जुलूस, एसबीआई के पास होते हुए संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय पहुंचा। यहां आयोजित सभा में युवाओं ने आक्रोश के साथ अपना दर्द भी बयां किया। कहा कि पहाड़ों से लगभग सभी परिवारों के सदस्यों ने सेना में भर्ती होकर देश सेवा की है। देश सेवा के साथ रोजगार को लेकर आज भी नौजवान सेना में भर्ती होने का सपना संजोते हुए शुरू से ही इसकी तैयारी में जुट जाते हैं। डेढ़ साल पूर्व कड़ी मेहनत कर कई युवा सेना भर्ती की लिखित परीक्षा तक पहुंचे। तब से संबंधित अभ्यर्थी लिखित परीक्षा के इंतजार में बैठे हैं। लेकिन अब लिखित परीक्षा को निरस्त करके उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जबकि अग्निपथ योजना के नाम पर सेना में चार साल की सेवा का कोई औचित्य नहीं है।
देश की सुरक्षा से खिलवाड़ का आरोप
युवाओं ने कहा कि देश की सुरक्षा के साथ जहां ये योजना बड़ा खिलवाड़ है, वहीं चार साल की सेना भर्ती से नौजवानों की सेना के प्रति दिलचस्पी समाप्त हो जाएगी। वक्ताओं ने कहा कि आखिर चार साल की नौकरी के बाद आखिर देश के सैनिक के समख बेरोजगारी से जूझने के अलावा क्या विकल्प शेष रहेगा। चेतावनी दी कि देश की सुरक्षा और युवाओं के हितों से खिलवाड़ने करने वाली योजना को जल्द वापस लिए जाने के साथ लंबित सेना भर्ती लिखित परीक्षा आयोजित नहीं किए जाने पर युवा शक्ति उग्र आंदोलन शुरू करने को बाध्य होंगे। कांग्रेस ने भी युवाओं के विरोध-प्रदर्शन को पूर्ण समर्थन दिया। कांग्रेस ब्लक अध्यक्ष गोपाल सिंह देव, जिपं सदस्य प्रतिनिधि हेमंत रौतेला, नगर उपाध्यक्ष कुलदीप कुमार, सोनू सिद्दीकी आदि युवाओं को समर्थन देने पहुंचे।
युवाओं के प्रदर्शन को लेकर अलर्ट पर रहा प्रशासन और पुलिस
रानीखेत। अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं के प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन को लेकर शनिवार को प्रशासन और पुलिस पूरे अलर्ट पर रही। प्रदर्शन के शुरुआती स्थल से लेकर जुलूस के दौरान और संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय तक कोतवाल नासिर हुसैन के नेतृत्व में पुलिस बल साथ रहा। संयुक्त मजिस्ट्रेट कार्यालय में में कोतवाल स्वयं सुरक्षा की कमान संभाले रहे। हालांकि विरोध-प्रदर्शन और जुलूस पूरी तरह शांतिपूर्ण रहा और ज्ञापन सौपने के बाद युवा वापस चले गए।

 

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