आतंक का छद्म युद्घ जीतने के लिए सीमा को अभेद्य बनाना जरूरी: अमित शाह
नई दिल्ली, एजेंसी। अमरनाथ यात्रा के सुरक्षित पूरा होने के बाद गृहमंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के हालात की समीक्षा की। उन्होंने सुरक्षा एजेंसियों को पाकिस्तान से सटी नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा को अभेद्य बनाने का निर्देश दिया। शाह ने साफ किया कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के छद्म युद्घ को जीतने के लिए यह जरूरी है।
समीक्षा बैठक में अमित शाह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला के साथ-साथ केंद्र व राज्य और सुरक्षा एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे।
गृहमंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बैठक की शुरुआत में ही अमित शाह ने अमरनाथ यात्रा को सफल और सुरक्षित आयोजन के लिए सुरक्षा एजेंसियों की प्रशंसा की।
कोरोना के कारण पिछले दो सालों तक अमरनाथ यात्रा नहीं हो सकी थी। अमरनाथ गुफा के नजदीक बादल फटने और कुछ अन्य प्रातिक आपदाओं को छोड़ दें तो दौ साल बाद हुई अमरनाथ यात्रा पूरी तरह से सुरक्षित और सफल रही।
उन्होंने कहा कि इसमें जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने भी सराहनीय भूमिका निभाई। अमित शाह ने साफ किया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक समृद्घ और शांतिपूर्ण जम्मू-कश्मीर देखना चाहते है और सुरक्षा एजेंसियों को इसमें अहम भूमिका निभानी होगी।
आतंकियों के खिलाफ तैयार सुरक्षा ग्रिड के कामकाज और आतंकी घटनाओं को कम करने के लिए पिछले कुछ सालों से उठाए जा रहे कदमों की समीक्षा करते हुए अमित शाह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा को पूरी तरह से अभेद्य बनाने की जरूरत है। पिछले कुछ दिनों में घुसपैठ और ड्रोन के मार्फत हथियार भेजने की कई घटनाएं सामने आ चुकी है।
उन्होंने कहा कि सीमा के अभेद्य बनाने के लिए सभी सुरक्षा एजेंसियों को समन्वित प्रयास करना होगा। अमित शाह के अनुसार इस छद्म युद्घ को जीतने के लिए सीमा पार आतंकियों, हथियार व गोला-बारूद की सीमा पार से आवाजाही का डर पूरी तरह समाप्त करना जरूरी है। इसके बाद जम्मू-कश्मीर की जनता सुरक्षा बलों के साथ मिलकर इस पर निर्णायक विजय हासिल कर लेंगे।
उन्होंने कहा कि राज्य में आतंकवाद और अलगाववाद की जड़े दशकों पुरानी हैं। इस तंत्र को बनाए रखने और बढ़ावा देने का पूरा तंत्र वहां मौजूद है और आम आदमी इसका शिकार बन रहा है। उन्होंने कहा कि आम आदमी की भलाई के लिए इस तंत्र को ध्वस्त करना होगा।